आदमी के हर ज़हर निकाल कर इक नये समाज को तुम नींव दो। मैं तुम्हारी मुस्कुराहटों को गीत दूं तुम हमारे ग... आदमी के हर ज़हर निकाल कर इक नये समाज को तुम नींव दो। मैं तुम्हारी मुस्कुराहटों को...
आओ महीनो आओ घर आओ महीनो आओ घर
प्रियतमा के नाम एक पत्र...... प्रियतमा के नाम एक पत्र......
लौट आओ लौट आओ
आज संचार माध्यमों की क्रांति की वजह से अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के बहुत से साधन हैं पर कुछ वर्ष प... आज संचार माध्यमों की क्रांति की वजह से अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के बहुत से सा...
आओ अपनी जिम्मेदारियां निभायें जटिल को सरल बनायें, और सरल को जटिल होने से बचायें। आओ आओ अपनी जिम्मेदारियां निभायें जटिल को सरल बनायें, और सरल को जटिल होने से ब...